मशहूर शायर अदम गोंडवी हमारे बीच नहीं रहे
नहीं रहे मशहूर शायर अदम गोंडवी
'काजू भुनी प्लेट में व्हिकी भरी गिलास में, उतार है रामराज विधायक निवास में' पंक्तियों को लिखने वाले जनकवि व शायर अदम गोंडवी उर्फ रामनाथ सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे।
अदम को लीवर में गंभीर समस्या की शिकायत के बाद लखनऊ के एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था। लखनऊ के पीजीआई हॉस्पीटल में आखिरी सांसें लीं।
उन्हें रविवार को पेट में तेज दर्द के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनकी सहायता के लिए तमाम लोगों ने हाथ बढ़ाया था। सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह ने आर्थिक मदद की। इसके बाद बिजली विभाग के अभियंता एपी मिश्रा ने कर्ज में डूबे परिवार को पचास हजार रुपये की आर्थिक मदद की थी।
ग़र चंद तवारीखी तहरीर बदल दोगे
क्या इनसे किसी कौम की तक़दीर बदल दोगे
Noted Hindi Poet Ramnath Singh 'Adam Gondvi' breathed his last Sunday morning at the Sanjay Gandhi PG Institute of Medical Sciences after suffering from cirrhosis of liver and kidney malfunction.
He was 64.
A man of simple tastes, Adam Gondvi lived like a villager almost the whole of his life and wrote revolutionary poetry to highlight the morass in which the Dalits and the poor are in.
He was admitted to SGPGI on Dec 12 in acute condition where he breathed his last at 5:30 am on Sunday. His poetic works include Dharti Ki Satah Par, Samay Se Muthbhed.
Born October 22, 1947, Ramnath Singh was born in Aata Paraspur village of Gonda Dist, UP.
The UP chief miniser Mayawati and SP supremo Mulayam Singh Yadav have condoled the death of Ada Gondvi.
Adam Gondvi - YouTube | |
www.youtube.com/watch?v=NFWUwB61Eec17 Jun 2011 - 11 min - Uploaded by kavianuragshukla Like Add to. Share. Loading... Alert icon. Sign In or Sign Up now! Alert icon. Uploaded by kavianuragshukla on ... |
पिछले रविवार को पेट में तेज दर्द के बाद गोंडवी को अस्पताल ले जाया गया था। एसजीपीजीआई के गैस्ट्रोलॉजी विभाग में भर्ती गोंडवी का रविवार तड़के पांच बजे निधन हुआ। वह 67 वर्ष के थे। गोंडवी अपने पीछे पत्री और एक पुत्र छोड़ गए हैं।
गोंडा जिले के आटा परसपुर गांव निवासी गोंडवी का लीवर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। बीते तीन महीने से वह बीमार थे, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह अपना इलाज नहीं करवा पा रहे थे।
गोंडवी के भतीजे दिलीप सिंह ने बताया, 'उनका अंतिम संस्कार सोमवार को पैतृक गांव में किया जाएगा।' 'धरती की सतह पर', 'समय से मुठभेड़' अदम गोंडवी की कुछ प्रमुख रचनाओं में शामिल हैं।
मशहूर शायर अदम गोंडवी उर्फ रामनाथ सिंह का रविवार सुबह लखनऊ में निधन हो गया। लीवर की बीमारी के इलाज के लिए सप्ताहभर पहले उन्हें लखनऊ स्थित संजय गांधी परास्नातक आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में भर्ती कराया गया था।
पिछले रविवार को पेट में तेज दर्द के बाद गोंडवी को अस्पताल ले जाया गया था। एसजीपीजीआई के गैस्ट्रोलॉजी विभाग में भर्ती गोंडवी का रविवार तड़के पांच बजे निधन हुआ। वह 67 वर्ष के थे। गोंडवी अपने पीछे पत्नी और एक पुत्र छोड़ गए हैं।
गोंडा जिले के आटा परसपुर गांव निवासी गोंडवी का लीवर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। बीते तीन महीने से वह बीमार थे, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह अपना इलाज नहीं करवा पा रहे थे।
गोंडवी के भतीजे दिलीप सिंह ने आईएएनएस को बताया, "उनका अंतिम संस्कार सोमवार को पैतृक गांव में किया जाएगा।" 'धरती की सतह पर', 'समय से मुठभेड़' अदम गोंडवी की कुछ प्रमुख रचनाओं में शामिल हैं।
अदम गोंडवी : दो गज़लें
जुलाई 9, 2008 Aflatoon अफ़लातून द्वारा
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