पलाश विश्वास
आज सुबह दफ्तर पहुंचते ही धुरंधर विद्वान और घुमक्कड़ डॉ लक्ष्मण सिंह से मुलाकात हो गयी। वे 12 विषयों में यूजीसी नेट की परीक्षएँ पास कर चुके हैं।
जेएनयू में उन्होंने कला और सौंदर्यशास्त्र से एमए कर रखा है। रूपेश के मित्र हैं नेपाल जाने के रास्ते हम सभी से मुलाकात करने आए।
उनसे विस्तार से बात हुई।उन्होंने जामिया मिलिए से इंटरनेशनल स्टडीज में पीएचडी की है और भारत और नेपाल में दलित पॉलिटिकल आर्ट के विशेषज्ञ हैं। वे भारत,चीन,नेपाल और ईरान के विशेषज्ञ हैं।
हमने उनसे कहा कि देशभर में सबसे जरूरी काम हैं-
1 राजनीतिक होलटाइमर की तर्ज पर इकोनोमिक कॉडर तैयार किये जायें जो जनता को अर्थशास्त्र,आर्थिक नीतियां और प्रबंधन तथा योजना और बजट समझायें। राजनिति और राजकाज पर जनता के अंकुश के लिए यह बहुत जरूरी है
2.सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के वकीलों को भारतीय भाषाओं में कानून के बारे में सिलसिलेवार लिखना चाहिए। आम जनता को कानूनी हक हकूक की जानकारी देनी चाहिए। क्योंकि अदालतों के कामकाज अंग्रेजी में होने से आम लोगो को मुकदमों और कानून की कोई जानकारी नहीं होती।
3.हर सामाजिक कार्यकर्ता को इकोनॉमिक कॉडर और पर्यावरण एक्टिविस्ट बनना चाहिए।
तभी देश दुनिया को बदलने के लिए जमीन और फिजा तैयार होंगी।
हमने कहा कि सौंदर्य की जड़ें तो लोक में है और सौंदर्यशास्त्र लोक का बहिष्कार करता है।
उन्होंने प्रेरणा अंशु के लिए नियमित लिखने का वायदा किया है।
मुजफ्फरनगर में उनका घर है जहां प्रेरणा अंशु नियमित जाती है।उन्होंने बताया कि उनके पिता नियमित प्रेरणा अंशु पढ़ते हैं और उन्हें यह पत्रिका बेहद पसंद है।
पिताजी को प्रणाम।
आज सुबह दफ्तर पहुंचते ही धुरंधर विद्वान और घुमक्कड़ डॉ लक्ष्मण सिंह से मुलाकात हो गयी। वे 12 विषयों में यूजीसी नेट की परीक्षएँ पास कर चुके हैं।
जेएनयू में उन्होंने कला और सौंदर्यशास्त्र से एमए कर रखा है। रूपेश के मित्र हैं नेपाल जाने के रास्ते हम सभी से मुलाकात करने आए।
उनसे विस्तार से बात हुई।उन्होंने जामिया मिलिए से इंटरनेशनल स्टडीज में पीएचडी की है और भारत और नेपाल में दलित पॉलिटिकल आर्ट के विशेषज्ञ हैं। वे भारत,चीन,नेपाल और ईरान के विशेषज्ञ हैं।
हमने उनसे कहा कि देशभर में सबसे जरूरी काम हैं-
1 राजनीतिक होलटाइमर की तर्ज पर इकोनोमिक कॉडर तैयार किये जायें जो जनता को अर्थशास्त्र,आर्थिक नीतियां और प्रबंधन तथा योजना और बजट समझायें। राजनिति और राजकाज पर जनता के अंकुश के लिए यह बहुत जरूरी है
2.सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के वकीलों को भारतीय भाषाओं में कानून के बारे में सिलसिलेवार लिखना चाहिए। आम जनता को कानूनी हक हकूक की जानकारी देनी चाहिए। क्योंकि अदालतों के कामकाज अंग्रेजी में होने से आम लोगो को मुकदमों और कानून की कोई जानकारी नहीं होती।
3.हर सामाजिक कार्यकर्ता को इकोनॉमिक कॉडर और पर्यावरण एक्टिविस्ट बनना चाहिए।
तभी देश दुनिया को बदलने के लिए जमीन और फिजा तैयार होंगी।
हमने कहा कि सौंदर्य की जड़ें तो लोक में है और सौंदर्यशास्त्र लोक का बहिष्कार करता है।
उन्होंने प्रेरणा अंशु के लिए नियमित लिखने का वायदा किया है।
मुजफ्फरनगर में उनका घर है जहां प्रेरणा अंशु नियमित जाती है।उन्होंने बताया कि उनके पिता नियमित प्रेरणा अंशु पढ़ते हैं और उन्हें यह पत्रिका बेहद पसंद है।
पिताजी को प्रणाम।
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