From: seema azad
Date: 2013/8/7
Subject: namaste
आज हमें जेल से बाहर आये एक साल पूरे हो गये. आप सब को जिन्होनें हमारी रिहाई के लिये प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग किया, हमारा आभार...
इस राजकीय दमन के खिलाफ़ हम अब आपके और भी मजबूत सह्योगी हैं. अभी भी देश भर में न जाने कितने आन्दोलनकारी व निर्दोश लोग, जिनमें आदिवासियों, मुसलमानों व दलितों की संख्या सबसे ज्यादा है,जेलों में बन्द हैं. इनकी रिहाई के लिए व राजकीय दमन के खिलाफ़ अभी हमारी ताकत कमजोर व असंगठित है . इस कमजोरी को दूर करना बेहद जरूरी है,सिर्फ़ तभी हम खुद को, अपने सपनों को और इस समाज को बचा पायेंगे.
आज हम आपके साथ होने के एहसास को महसूस कर रहे हैं और आपको इस साथ की अनुभूति भेज रहे हैं
सीमा आज़ाद
विश्वविजय
इस राजकीय दमन के खिलाफ़ हम अब आपके और भी मजबूत सह्योगी हैं. अभी भी देश भर में न जाने कितने आन्दोलनकारी व निर्दोश लोग, जिनमें आदिवासियों, मुसलमानों व दलितों की संख्या सबसे ज्यादा है,जेलों में बन्द हैं. इनकी रिहाई के लिए व राजकीय दमन के खिलाफ़ अभी हमारी ताकत कमजोर व असंगठित है . इस कमजोरी को दूर करना बेहद जरूरी है,सिर्फ़ तभी हम खुद को, अपने सपनों को और इस समाज को बचा पायेंगे.
आज हम आपके साथ होने के एहसास को महसूस कर रहे हैं और आपको इस साथ की अनुभूति भेज रहे हैं
सीमा आज़ाद
विश्वविजय
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