Twitter

Follow palashbiswaskl on Twitter

Friday, April 10, 2015

एक ओर पूरे मीडिया को जनरल साहब ने ‪#‎presstitute‬ में फंसा रखा है तो दूसरी ओर उनकी प्‍यारी फौज की संगीनों का दायरा कुछ नए इलाकों तक फैल गया है।

ये देखिए... एक ओर पूरे मीडिया को जनरल साहब ने ‪#‎presstitute‬ में फंसा रखा है तो दूसरी ओर उनकी प्‍यारी फौज की संगीनों का दायरा कुछ नए इलाकों तक फैल गया है। कितनी मज़ेदार बात है कि 27 मार्च को गृह मंत्रालय ने समूचे अरुणाचल प्रदेश को ''अशांत'' क्षेत्र घोषित करते हुए सशस्‍त्र बल (विशेषाधिकार) अधिनियम यानी ‪#‎AFSPA‬ को विस्‍तारित करने का आदेश जारी किया था लेकिन यह खबर हम तक दस दिन बाद पहुंची है (6 अप्रैल को प्रकाशित)। आखिर क्‍यों?

ज़रा याद करिए कि मार्च के आखिरी हफ्ते में यह देश कहां फंसा हुआ था। योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को 28 मार्च की बैठक में आम आदमी पार्टी से निकाला गया था जिसकी चर्चा दो दिन पहले से मीडिया में जारी थी। विश्‍व कप क्रिकेट का फाइनल भी उसी दौरान था। अगले पांच दिनों तक यही मुद्दा छाया रहा। अचानक गिरिराज सिंह ने सोनिया गांधी पर बयान दे दिया और सब लोग उसमें फंस गए। फिर अचानक राष्‍ट्रीय छुट्टियां हो गईं और ईस्‍टर के दिन चुपके से जमीन लूट अध्‍यादेश ला दिया गया। यह हफ्ता शुरू हुआ ही था कि कल 25 लोगों को तेलंगाना और आंध्र में सीधे गोली ही मार दी गई। गोली को सरकार के गले में अटकने से बचाने के लिए जनरल साहब और अरनब गोस्‍वामी काम आए। कश्‍मीर में भाजपा की अर्द्धांगिनी पीडीपी के मुखिया आफ्सपा को हटाने का राग अलापते रहे जबकि यह उत्‍तर-पूर्व में फैल गया।

पता नहीं कौन लोग हैं जो इसे पत्रकारिता का स्‍वर्णिम काल कहते हैं। पता नहीं कैसे लोग हैं जो सूचना क्रांति का राग गाते हैं। सब झूठे हैं।

NEW DELHI (Reuters) - India has granted the army shoot-to-kill powers to fight militants in a wide swathe of the far-flung state of Arunachal Pradesh, bordering Tibet and claimed by China.The army was
IN.REUTERS.COM|BY BY RUPAM JAIN NAIR

No comments:

Post a Comment

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...

Welcome

Website counter

Followers

Blog Archive

Contributors