अब तेरा फासीवाद नहीं चलेगा,नहीं तो तेरी हिटलरशाही की बुनियाद बालू की भीत की तरह ढह जाएगा \ कौन किया खा रहा है कौन किया खायेगा तुम तय करने वाले होते कौन हो फासीवाद लाना चाहते हो भारत में क्या ? तुम्हे चिंता है तो इनके बारे में सोंचों जो भूखे पेट और पानी के बिना सोने,मरने को मजबूर है / | |
|
No comments:
Post a Comment