लखनऊ। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि उनकी सरकार देश की आंतरिक सुरक्षा के लिये खतरा बने नक्सलवाद के साथ-साथ उग्रवाद, आतंकवाद तथा अलगावववाद के संकटों का समाधान करने के लिये एक व्यापक और एकीकृत कार्ययोजना तैयार कर रही है।
गृह मंत्री बनने के बाद पहली बार अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र लखनऊ पहुंचे सिंह ने पार्टी राज्य मुख्यालय पर संवाददाताओं से कहा ‘‘देश के सामने आंतरिक सुरक्षा से सम्बन्धित तमाम संकट हैं। इसके लिये जो व्यापक एवं एकीकृत कार्ययोजना बननी चाहिए थी, वह विगत वर्षों में नहीं बनी। हमने इस पर काम प्रारम्भ कर दिया है। हमें विश्वास है कि हमें कामयाबी हासिल होगी।’’
उन्होंने एक सवाल पर कहा ‘‘चाहे नक्सलवाद हो, उग्रवाद हो, आतंकवाद हो या अलगावववाद हो. इनके लिये एकीकृत कार्ययोजना होनी चाहिये, जिसे हमारा मंत्रालय तैयार कर रहा है। उस आधार पर हम इस चुनौती को स्वीकार करके उस पर संतुलित कार्रवाई की कोशिश करेंगे।’’
सिंह ने आश्वस्त किया कि देश के गौरव और सम्मान को बचाने के लिये जो भी आवश्यक कदम होंगे, वे सरकार उठाएगी। इसके पूर्व, उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि केंद्र की नवगठित मोदी सरकार देश को मौजूदा संकटों से निजात दिलाने के लिये कटिबद्ध है मगर पंगु हो चुकी व्यवस्था को डेढ़-दो साल में नहीं बदला जा सकता। इसके लिये सरकार को समय देने की जरूरत है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा ‘‘मैं विश्वास दिलाता हूं कि जहां तक सारे देश की सुरक्षा व्यवस्था का सवाल है तो सरकार को जो भी करना होगा, हम करेंगे। भरपूर कोशिश होगी कि जिन संकटों से देश गुजर रह है उनसे निजात दिलाएंगे, लेकिन यह भी सच है कि हम यह काम साल, डेढ़ साल दो साल में नहीं कर सकते। पिछली सरकार के राज में व्यवस्था इस कदर पंगु हो चुकी थी कि उसे ठीक करने में समय लगेगा। हमें समय दें।’’
सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि जनता ने जिस तरह का बहुमत दिया है, उसे हमसे बहुत अपेक्षाएं हैं। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गतिशील व्यक्तित्व और कल्पना क्षमता के धनी व्यक्ति हैं। पांच साल में हम जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी द्वारा मंत्रिमण्डल के शपथग्रहण समारोह में दक्षेस राष्ट्राध्यक्षों को आमंत्रित किए जाने से अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भी देश की छवि बनी है। राष्ट्राध्यक्षों को आमंत्रित करके हमने यह संदेश दिया है कि हम पड़ोसियों के साथ अच्छे सम्बन्ध चाहते हैं। इससे केवल दक्षिण एशिया के देशों में ही नहीं बल्कि अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भी देश की अच्छी छवि बनी है।
अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र लखनऊ के विकास के बारे में भाजपा सांसद ने कहा कि उन्होंने निर्वाचित होने के 100 दिन के अंदर लखनऊ की तरक्की के लिए कार्ययोजना बनाने की बात कही थी। इसमें लखनऊ विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष दिवाकर त्रिपाठी ने काफी काम पूरा कर लिया है। जितना हो सकेगा, वह करने की पूरी कोशिश की जाएगी।
उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर उठ रहे सवालों पर सिंह ने कहा ‘‘मैं अभी किसी राज्य के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा लेकिन सभी राज्यों की कानून-व्यवस्था की जानकारी गृहमंत्रालय को होती है। हमारे पास सारी रिपोर्ट है।’’
सिंह ने लोकसभा चुनाव में भारी मतों से विजयी बनाने के लिये लखनऊ की जनता का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा ‘‘मैं यहां की जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रति आभार प्रकट करता हूं। ’’
इसके पूर्व, लखनऊ पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर सिंह का जोरदार स्वागत किया। इसके अलावा रास्ते में भी जगह-जगह उनका खैरमकदम किया गया। सिंह ने हाल में एक सड़क हादसे का शिकार हुए केंद्रीय ग्राम्य विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे का जिक्र करते हुए कहा कि उनके असामयिक निधन से हम सभी दुखी हैं, इसलिये किसी तरह के जश्न से परहेज किया जा रहा है। वह महाराष्ट्र के बहुत लोकप्रिय नेता थे। उन्होंने भाजपा की पत्रिका ‘कमल ज्योति’ के सम्पादक रहे शिवकुमार अस्थाना को भी याद किया जिनका हाल में निधन हो गया था।
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