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Tuesday, August 25, 2015

आफिस में फुर्सत के क्षण।हमारे मित्र,इतिहास में पीएचडी और सहकर्मी डा.माँधाता सिंह।अपने गुरुजी जयनारायण प्रसाद जी ने फ्लिपकार्ट से ताजा माडल का मोबािल लिया है।यह फोटो भी उन्हीं की खींची हुई है।उम्मीद है कि दोस्तों को तस्वीर में कैद करने के साथ साथ वे शरीके हयात की तस्वीर भी कभी न कभी खींचकर हमें गिफ्ट करेंगे।

आफिस में फुर्सत के क्षण।हमारे मित्र,इतिहास में पीएचडी और सहकर्मी डा.माँधाता सिंह।अपने गुरुजी जयनारायण प्रसाद जी ने फ्लिपकार्ट से ताजा माडल का मोबािल लिया है।यह फोटो भी उन्हीं की खींची हुई है।


उम्मीद है कि दोस्तों को तस्वीर में कैद करने के साथ साथ वे शरीके हयात की तस्वीर भी कभी न कभी खींचकर हमें गिफ्ट करेंगे।


यह तस्वीर साझा करते हुए बेहद खुशी इसलिए हो रही है क्योंकि इन्हीं अपने डाक्साब की वजह से,उनके लगातार घुड़कने की वजह से हिंदी में ब्लाग लिखना शुरु किया और ब्लागिंग से लेकर तकनीक के सारे गुर उनसे सीखे हैं।


डाक्साब बहुत गंभीर किस्म के सज्जन है और कोई इतिहासकार आपके साथ हों तो उनसे बहस करके अपने दिलोदिमाग को दुरुस्त करने का मौके भी बहुत हैं।


पिछले पच्चीस सालों से इन्हीं मौकों का फायदा उठाता रहा हूं।

अब साथ छूटने वाला ही है।उन बेहतरीन मौकों की बहुत याद आयेगी।जब भी हिदी में लिखुंगा अपने बेहद प्यारे डाक्साब की खूब याद आयेगी।


जयनारायण भी कम नहीं हैं।गंगासागर में पिछले करीब तीस साल से लगातार रिपोर्टिंग कर रहे हैं।फिल्म निर्देशन का प्रशिक्षण लिया हुआ है।लेकिन अभी जैसे उनने किसी मोहतरमा से रोमांस करने की जहमत नहीं उठायी है,वैसे ही फिल्म भी उनने कोई बनायी नहीं है।


हमें अब भी उनकी पहली फिल्म का इंतजार है।


जाते जाते एक कामयाबी हमें जरुर मिली है कि अपने इन गुरुजी को हमलोगों ने कंप्यू पर बैठा दिया है वरना वे तो कंप्यू को भी कोई मोहतरमा समझ बैठे थे।शायद औरतों के बिना फिल्म बन नहीं सकती,इसीलिए शायद हमारे विशुध कुंआरे गुरुजी फिल्म बनाने से परहेज कर रहे हैं।


उन्हें कोई समझायें कि छुआछूत इस देस में मना है।


पलाश विश्वास

DrMandhata Singh's photo.
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  • Omprakash Ashk फुर्सत या स्न्नाटा। कभी दफ्तर काफी गुलजार रहता था न
    Like · Reply · 7 hrs
    • DrMandhata Singh दिन में पांच| बजे तक गहमागहमी रहती है क्यों कि सारे विभाग के लोग आसपास ही बैठते हैं। रात में सन्नाटा पसर जाता है। १२ बजे खाली हो जाते हैं हम लोग भी।
      Like · Reply · 6 hrs
  • Om Nishchal देख कर अच्‍छा लगा सिंह साब।यह तो कोलकाता का आफिस होगा।
    Like · Reply · 5 hrs · Edited
    • DrMandhata Singh कोलकाता आफिस ही है मगर एनएच-६ हाईवे पर सलप के पास। हावड़ा के पश्चिम तरफ। कोलकाता का औद्योगिक इलाका।
      Like · Reply · 2 hrs
  • Noor Mohammad Noor Kolkata ke bahar Domjudd...Nischalji..ghanta s,wa ghante ka sfar....
    Like · Reply · 4 hrs
  • Arvind Dubey apake yahan to phurasat hi phurasat hai.
    Like · Reply · 2 hrs
    • DrMandhata Singh यह आपका भ्रम है। या कुछ लोगों की भ्रम फैलाने की कोशिश। आपके अखबार की तरह दिल्ली नेटवर्क का जनसत्ता भी है। जो काम नहीं करते उनके लिए कहीं भी फुर्सत रहती है।

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