डॉ. तेज सिंह पंचतत्व में विलीन
नई दिल्ली। अंबेडकरवादी साहित्य के मुखपत्र ‘अपेक्षा’ पत्रिका के प्रखर संपादक, आलोचक डॉ. तेज सिंह का दिल्ली में 15 जुलाई को दिन में हृदय आघात से निधन हो गया। आज प्रातः 9-00 बजे गीता कालोनी के शमशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। वह 68 वर्ष के थे।
एक विज्ञप्ति के अनुसार डॉ. तेज सिंह का जन्म दिल्ली के गाँव घौंड़ली, कृष्णा नगर में 13 जुलाई 1946 में हुआ था। उनकी शिक्षा दिल्ली के स्कूल व उच्च-शिक्षा जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय में पूरी हुई।तेज सिंह दिल्ली विश्वविद्यालय के नार्थ कैंपस के हिंदी-विभाग में अनुसंधान वैज्ञानिक, एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर सेवा निवृत हुए थे।
हिंदी में दलित साहित्य को सामने लाने में डॉ. तेज सिंह प्रमुख आलोचक थे। डॉ. तेज सिंह की अध्यक्षता में ही सर्वप्रथम दलित लेखक संघ बना जिसने दिल्ली में जेनयू सिटी सेंटर, मंडी हाउस में दो बड़े स्तर के राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित करवाये। उनके जाने से अंबेडकरवादी साहित्य, दलित साहित्य के साथ-साथ हिन्दी साहित्य की बड़ी क्षति है, जिसका भरपाना नमुमकिन है।
डॉ. तेज सिंह के अंतिम संस्कार में दिल्ली, जेनयू, जामिया आदि विश्वविद्यालय के अनेक प्राध्यापक, विद्यार्थी और नाट्य-जगत ये जुड़े कलाकार भी उपस्थित थे जिन में प्रखर आलोचक विश्वनाथ त्रिपाठी, अपूर्वानंद, गोपेश्वर सिंह, हरिमोहन शर्मा, मोहनदास नैमिशराय जयप्रकाश कर्दम, अनिल राय, भगवती जी, तेजपाल सिंह तेज, ईशकुमार गंगानिया, अश्वनी कुमार, अनिता भारती, रजनी तिलक, श्यौराज सिंह बेचैन, रजत रानी मीनू, मुकेश मानस, लक्ष्मी,नीलम सुदेश तनवर आदि शामिल थे।
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