Ak Pankaj shared झारखंडी भाषा संस्कृति अखड़ा's photo.
18 hrs ·
कोई नाम बदल रहा है, कोई लिबास बदल रहा है, कोई पूरी पहचान को ही बदल दे रहा है. साहित्य में सिनेमा में, समाज में, राजनीति में ... हर कहीं. अगर इस सांस्कृतिक आक्रमण पर सवाल करने की इच्छा है तो इस महत्वपूर्ण विमर्श में जरूर शामिल होइए.
जोहार. 14-15 जून 2014, को झारखंडी भाषा साहित्य संस्कृति अखड़ा द्वारा आयोजित दो दिवसीय अन्तर्देशीय सेमिनार में आप सभी आमंत्रित है. सेमिनार स्थल है: सूचना भवन सभागार (राजभवन के पीछे और मुख्यमंत्री आवास के सामने), रांची (झारखंड). रांची के बाहर से जो भी संगी-साथी इसमें शामिल होना चाहते हैं, वे कृपया अपने आगमन की सूचना 10 जून तक हमें toakhra@gmail.com मेल पर जरूर दे दें.
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