बोधिसत्व जी,मैंने भी मृत मित्रों परिचितों को आजतक कभी अन फ्रेंड नहीं किया है न नंबर डिलीट किये हैं।कम से कम फेसबुक पेज पर या फोननंबर में वे हमारे लिए जीवित हैं!कम से कम फेसबुक पेज पर उनसे मुलाकात हो जाती है।
मृतक मित्रों के नंबर डिलीट न करना
कभी-कभी मृत अपनो को उनके नंबर पर फोन करने का मन करता है। मैंने अपने किसी परिचित या मित्र का फोन उनके न रहने पर भी कभी डिलीट नहीं किया। आप भी मुझे यदि मृत पाएँ या माने तो भी मेरा नंबर न मिटाएँ । हो सकता है कभी बात करने का मन करे। जिन रास्तों पर नहीं जाते क्या उन पर दीवार चिन देते हैं।
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