अभी वोट कर आया हूँ। कटहल/कुल्हाङी /ईट जैसे खतरनाक चुनाव चिन्ह और उससे खतरनाक लोगो की मानसिकता देखकर सोच रहा हूँ। चुनाव आयोग जुता /बोतल आदि चिन्ह जारी क्यो नही किया?
मरना आसन है पर कमीने रिश्तेदारो के साथ जीना कठिन,,,
पहले खत लिखते थे कि अपने कैसे है? अब फोन है पर फटती है ?
कल रात सुआरनी ने सात बच्चे जने/मैने उन्हे गन्ने का राब दिया। सुआरनी और बच्चे खुश हुऎ ।उन्होने सुअरबाङा तोङ डाला।मुझे गुस्सा आया और सुआरनी को मार डाला। दोस्तो ने कहा /कोई बात नही /पँचायत चुनाव है। सुआरनी जिन्दा हो जायेगी,,.,
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