Rajiv Lochan Sah added 2 new photos.
6 hrs ·
अभी-अभी अस्कोट आराकोट अभियान के यात्रियों को विदा किया। कसक भी उठी कि यह अभियान का पांचवां संस्करण है और मैं एक बार भी शामिल नहीं हुआ। पहली यात्रा के चार में से दो, कुँवर प्रसून और प्रताप शिखर, तो अब हमारे बीच ही नहीं हैं। शमशेर बिष्ट इतने स्वस्थ नहीं कि चल सकें। प्रतीकात्मक रूप में कहीं हाज़िरी दर्ज करवायेंगे। शेखर ही कमल जोशी और गिरिजा पांडे के साथ झंडा उठाये है। अब आगे मौका मिलना नहीं है। मगर अपनी उलझनों को कैसे सुलझाऊं......
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