अब राहत के गाजर का इंतजार कीजिये, बाकी तो भगवान की मर्जी पर है!
आर्थिक सुधारों के बहाने जनसंहार के अश्वमेध में शामिल हर छोटे बड़े पुरोहित के पवित्र वचनों में हमें मोक्ष की तलाश है। कांग्रेस से मोहभंग हुआ तो क्या संघ परिवार तो है। तीसरे मोर्चे और क्षेत्रीय क्षत्रपों का आकरष्ण कम नहीं हुआ। सामाजिक न्याय और समता का अलाप बाकी और है। तो गाजर चबाने को मिल जाये तो बहुत है। बाकी अर्थनीति समझने के लिए माथापच्ची कौन करें?हम मानते हैं कि कारपोरेट लाबिंइंग की तरह कारपोरेट के खास तबके के खिलाफ जिहाद से क्रांति हो सकती है। अन्ना हजारे और केजरीवाल के हवाले है व्यवस्था परिवर्तन का बैटन। जब व्यवस्था इसी तरह बदल जायेगी तो दूध घी की नदियां धड़ाधड़ बह निकलेंगी। रोज दिवाली होगी और रोज होली। वैसे भी अपने त्योहारों का मौसम खत्म होने का नाम नहीं लेता। बाजार में छूट और राहत का सिलसिला खूब है तो सरकार जब कारपोरेट है तो वह क्या राहत बतौर गाजर नहीं बांट सकती? चबाने के दांत नहीं है लेकिन गाजर का हलवा भी स्वादिष्ट होता है!उत्तेजित होने के लिए अपनी मौत के दस्तक को सुनना क्यों जरूरी है कार्निवाल में मजा किरकिरा हो जायेगा अलग से। धर्मोन्माद हमारी राष्ट्रीयता है तो जातियता पहचान।यथा स्थिति हमारा वजूद है, जिसे कायम रखने में हम एक दूसरे का गला काटने तक को तैयार है। ऊपर से बाजार में जापानी तेल भी क्या कम है? मरा हुआ नाग भी फुंफकार मारने लगे! पौरुष साबित करने के लिए और क्या चाहिए? पवित्र ग्रंथ है, सनातन अतीत है! आइकन और सेलिब्रिटी है और सर्वव्यापी बाजार है! सनातन अतीत है, हमें सपने क्यों चाहिए?
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
अब राहत के गाजर का इंतजार कीजिये, बाकी तो भगवान की मर्जी पर है!हम अपने हक हकूक की लड़ाई के लिए राजनीति पर बेतरह निर्भर हैं। ङाल यह है कि अराजनीति भी अब राजनीति की शरण में है। जो सामाजिक न्याय और समता की लड़ाई का जिहाद में लगे थे, वे भी अब राजनीति करने लगे हैं। राजनीति अब बिना पूंजी पैसा बनाने का सबसे बेहतरीन उद्यम है। कारपोरेट चंदा से चलती है राजनीति जो वैध है। अराजनैतिक बने रहकर कारपोरेट से गठजोड़ असंभव हैं, इसलिए घोषित अराजनैतिक तेजी से राजनैतिक बनते जा रहे हैं। पर हम भारतीय जनता का राजनीति पर भरोसा टूटा नहीं है। आर्थिक सुधारों के बहाने जनसंहार के अश्वमेध में शामिल हर छोटे बड़े पुरोहित के पवित्र वचनों में हमें मोक्ष की तलाश है। कांग्रेस से मोहभंग हुआ तो क्या संघ परिवार तो है। तीसरे मोर्चे और क्षेत्रीय क्षत्रपों का आकरष्ण कम नहीं हुआ। सामाजिक न्याय और समता का अलाप बाकी और है। तो गाजर चबाने को मिल जाये तो बहुत है। बाकी अर्थनीति समझने के लिए माथापच्ची कौन करें?हम मानते हैं कि कारपोरेट लाबिंइंग की तरह कारपोरेट के खास तबके के खिलाफ जिहाद से क्रांति हो सकती है। अन्ना हजारे और केजरीवाल के हवाले है व्यवस्था परिवर्तन का बैटन। जब व्यवस्था इसी तरह बदल जायेगी तो दूध घी की नदियां धड़ाधड़ बह निकलेंगी। रोज दिवाली होगी और रोज होली। वैसे भी अपने त्योहारों का मौसम खत्म होने का नाम नहीं लेता। बाजार में छूट और राहत का सिलसिला खूब है तो सरकार जब कारपोरेट है तो वह क्या राहत बतौर गाजर नहीं बांट सकती? चबाने के दांत नहीं है लेकिन गाजर का हलवा भी स्वादिष्ट होता है!उत्तेजित होने के लिए अपनी मौत के दस्तक को सुनना क्यों जरूरी है कार्निवाल में मजा किरकिरा हो जायेगा अलग से। धर्मोन्माद हमारी राष्ट्रीयता है तो जातियता पहचान।यथा स्थिति हमारा वजूद है, जिसे कायम रखने में हम एक दूसरे का गला काटने तक को तैयार है। ऊपर से बाजार में जापानी तेल भी क्या कम है? मरा हुआ नाग भी फुंफकार मारने लगे! पौरुष साबित करने के लिए और क्या चाहिए? पवित्र ग्रंथ है, सनातन अतीत है! आइकन और सेलिब्रिटी है और सर्वव्यापी बाजार है! सनातन अतीत है, हमें सपने क्यों चाहिए?
बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन, बादशाह शाहरूख खान तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को यहां दीप प्रज्जवलित कर 18वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (केआईएफएफ) की शुरुआत की। सबसे पहले अमिताभ बच्चन ने दीप प्रज्ज्वलित किया। उनके बाद शाहरूख खान और फिर उनके बाद बनर्जी ने दीप जलाई। बंगाली सिनेमा के प्रमुख हस्तियों ने भी दीप जलाई। फिल्म महोत्सव के उद्धाटन कार्यक्रम में नेताजी इंडोर स्टेडियम में कटरीना कैफ, अनुष्का शर्मा, मिथुन चक्रवर्ती, बंगाली फिल्म उद्योग की हस्तियां और देश तथा दुनियाभर के प्रतिनिधि मौजूद थे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निजी आग्रह पर दौरे पर आए अभिनेताओं ने सिनेमा, साहित्य,कला और संस्कृति में पश्चिम बंगाल की भूमिका को रेखांकित करते हुए पूरी तरह से भरे स्टेडियम में कहा कि वह इस समारोह का हिस्सा बनकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। राज्य के ब्रांड एंबेसडर खान ने करीब 15,000-20,000 प्रशंसकों के समक्ष कहा, 'ममता बनर्जी की ऊर्जा और उत्साह मुझे हर बार कोलकाता खींच लाता है।' अमिताभ ने खुद को 'बंगाल का दामाद' बताया।शाहरुख खान और सौरव गांगुली भले ही अच्छे दोस्त न हों, लेकिन बॉलीवुड अभिनेता का मानना है कि पूर्व भारतीय कप्तान देश के महान क्रिकेटरों में से एक हैं। शाहरुख ने कहा, 'आइपीएल व सौरव गांगुली के बारे में जो कुछ भी लिखा गया, उसे छोड़कर बिना किसी बहस के गांगुली देश के महान क्रिकेटरों में से एक हैं।'
बॉलीवुड बादशाह खान ने कहा कि ममता बनर्जी काफी तेज-तर्रार नेता हैं और वे किसी भी मुद्दे पर शीघ्र ही निर्णय लेती है। पत्रकारों ने जब खान से राज्य में निवेश के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि यहां निवेश की काफी संभावना है, लेकिन उन्होंने कहा कि यहां निवेश होने में थोड़ा सा समय लगेगा। खान ने कहा कि बंगाल का अपना महत्व है। ये बातें उन्होंने कोलकाता फिल्म फेस्टिवेल में यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित फिल्म 'जब तक है जान' के प्रमोशन के अवसर पर कहा। शाहरुख ने कहा कि कभी-कभी कुछ चीजें पूरी होने से पहले कुछ समय लेती हैं। बंगाल का ब्रांड दूत होने के नाते मैं इसके ब्रांड को बढ़ाने के लिए लोगों से मिलना, बैठना और प्रयास करना चाहूंगा।47 वर्षीय अभिनेता उनकी फिल्म `जब तक हैं जान` के प्रचार और 18 वें कोलकाता फिल्म फेस्टिवल (केआईएफएफ) के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने के लिए सह-अभिनेत्री कैटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा के साथ कोलकाता आए हैं।
लीजिये, खुश हो जाइये! तेल कंपनियां अगली बार जब दाम की समीक्षा करेंगी, तो पेट्रोल के दाम एक रुपये लीटर तक घटा सकती हैं। सरकार द्वारा पेट्रोल पंप डीलर का कमीशन बढ़ाने के बाद गत 27 अक्टूबर को दिल्ली में पेट्रोल के दाम 29 पैसे लीटर बढ़कर 68.19 रुपये लीटर हो गए थे। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के चेयरमैन आरएस बुटोला ने कहा, गैसोलिन के दाम में हाल में कुछ कमी आई है, इससे हमें कुछ मार्जिन मिला, लेकिन पिछले कुछ दिनों से इसमें फिर वृद्धि का रुख बन गया। इसके साथ ही डॉलर के मुकाबले रुपया भी कमजोर पड़ा है...इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए हमें अपना रुख तय करना होगा। देश के शेयर बाजार अगले सप्ताह महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों के प्रभाव में रह सकते हैं। सरकार अगले सप्ताह औद्योगिक उत्पादन और थोक मूल्य पर आधारित महंगाई से सम्बंधित आंकड़े जारी करेगी। मंगलवार को लक्ष्मी पूजा और बुधवार को दीवाली के मौके पर भारतीय शेयर बाजार बंद रहेंगे, हालांकि मंगलवार को अपराह्न् वेला में सवा घंटे का मुहूर्त कारोबार आयोजित किया जाएगा। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज दोनों में मुहूर्त कारोबार मंगलवार को अपराह्न 3.45 बजे शुरू होगा और पांच बजे शाम में खत्म होगा। देश में सोमवार से 2जी स्पेक्ट्रम की नीलामी भी शुरू होने वाली है।दीपावली की शुरुआत धनतेरस से ही आरंभ हो जाती है। धनतेरस, नरक चतुर्दशी तथा महालक्ष्मी पूजन महालक्ष्मी का पृथ्वी लोक में अवतरण समुद्र मंथन के समय हुआ था. शरद पूर्णिमा को चंद्रमा, कार्तिक द्वादशी को कामधेनु गाय, त्रयोदशी को धन्वंतरी, चतुर्दशी को काली माता और अमावस्या को भगवती लक्ष्मी जी का सागर से प्रादुर्भाव हुआ था. इसीलिये दीपावली के दो दिन पूर्व धनतेरस को भगवान धन्वंतरी का जन्म धनतेरस के रूप में मनाया जाता है।इसी दिन इन्होंने आयुर्वेद का भी प्रादुर्भाव किया था।इन्हें भगवान विष्णु का रूप कहते हैं, जिनकी चार भुजायें हैं। ऊपर की दोंनों भुजाओं में शंख और चक्र धारण किये हुए हैं, जबकि दो अन्य भुजाओं मे से एक में जलूका और औषध तथा दूसरे मे अमृत कलश लिये हुये हैं। धनतेरस के दिन बर्तनों को या किसी भी धातु को खरीदना शुभ माना जाता है। यही कारण है कि धन तेरस के दिन बर्तनों की दुकानों में बहुत भीड़ रहती है। दीपावली व धनतेरस के पावन पर्वो पर बाजारों में दुकानों को सजाने का दौर शुरू हो गया है। लोग घरों के लिए रंगबिरंगी सजावटी लाइट व फुलकारी का सामान खरीदने लग पड़े है। वहीं ड्राई फ्रूट, मिठाइयां व अन्य गिफ्ट आइटमों को बेचने के लिए सामान की दुकानें सजा कर सामान बेचना शुरू कर दी है।रविवार को धनतेरस पर लोग कोई सामान खरीदना शगुन समझते हैं। बर्तनों की दुकानों व ज्वेलरी हाउस में दुकानदारों को खूब बिक्री होने की संभावना है।दीपावली के अवसर पर होने वाली खरीदारी को लेकर दुकानों व स्टालों पर पूजा सामग्री, सजावटी सामान व तरह तरह के गिफ्ट आइटम सजाए गए हैं। इनमें रंग बिरंगी लाइटों वाली देवी देवताओं की प्रतिमाएं ग्राहकों को खूब लुभा रही हैं। अब भले ही ज्यादातर लोग त्योहारों पर बधाई संदेश भेजने के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं। इसके बावजूद ग्रिटिंग कार्ड की भी मांग है। दीपावली से पहले आने वाले धनतेरस पर्व पर लोग बर्तनों की खरीददारी करते हैं।रसोई गैस सिलेंडरों की संख्या तय होने के बाद से आम उपभोक्ता का झुकाव विद्युत चालित इंडेक्शन चूल्हों की ओर बढ़ा है। उपभोक्ता इसमें भी कंपनी के बजाय लोकल में भी सस्ता चूल्हा खरीद रहे है। त्योहारों पर होने वाली खरीद में लोग आधुनिक किचन सेट के साथ ही पारंपरिक बर्तनों को भी महत्व दे रहे है।धनतेरस को लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार सज धज-कर तैयार है। लोग जोर-शोर से अग्रिम बुकिंग करा रहे हैं। बाजार में टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, मिक्सर आदि की दर्जनों नई-नई वेरायटी हैं। स्क्रैच कूपन से लेकर कैश डिस्काउंट तक का ऑफर है। कुछ शो रूम पर्सनल डिस्काउंट भी दे रहे हैं। उधर, मोबाइल बाजार में 4000-8000 के रेंज में मल्टी मीडिया सेट की विशाल रेंज है। वहीं आइपैड व टैब्लॉयड के भी कई मॉडल हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को सरकार से पूछा कि जिनेवा के एचएसबीसी बैंक में जिन उद्योगपतियों के खातों का उन्होंने जिक्र किया है, क्या वे फ्रांस द्वारा अधिकारियों को सौंपे गए 700 लोगों की सूची में शामिल हैं या नहीं! वित्त मंत्री पी. चिदंबरम से उन्होंने कहा कि देश जानना चाहता है कि सरकार मामले की जांच में अलग-अलग मापदंड क्यों 'अपना' रही है।
राहत और सहूलियतों, योजनाओं, वादो और घोषणाओं के सहारे जीने वाले हुए हम। इसलिए हमारी कारपोरेट सरकार करों का बोझ हम पर लाद रही है। अंधाधुंध सैन्यीकऱण के जरिये कमीशन बटोरा जाता है। वित्तीय गाटे का रोना रोते हुए जनता के लिए सब्सिडी खत्म लेकिन पूंजूपतियों को लाखों करोढड़ टैक्स में छूट कालाधन के लिए आम माफी। गार के दांत तोड़ दिये। पूंजीपतियों को राहत देने वाले को सर्वोच्च पद। तो दूसरी, ओर बहुजन समाज के निर्मण के नतीजतन बराक ओबामा कारपोरेट और वित्तीय संकट से जूझने के लिए तैयार हैं और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दूसरा कार्यकाल पाने के बाद साफ कर दिया है कि वह अमीरों से ज्यादा टैक्स वसूलने की तैयारी में हैं। उनका कहना है कि वह अमीरों का टैक्स कम करने संबंधी कांग्रेस के किसी भी विस्तारित प्रस्ताव को वीटो करेंगे।वाइट हाउस के प्रेस सेक्रेटरी जे. कार्नी ने ने रिपोर्टरों से कहा, राष्ट्रपति ऐसे किसी प्रस्ताव को वीटो करेंगे क्योंकि वह, मैं और अन्य लोग कह चुके हैं कि अगर देश के टॉप इनकम वाले दो पर्सेट लोगों के टैक्स में कटौती के बुश के वक्त के प्रावधान को विस्तारित करने का कोई प्रस्ताव लाया जाता है तो उसे वीटो किया जाएगा। कार्नी ने कहा कि ओबामा ने पिछले कुछ दिनों में यह भी साफ किया है कि अगर सेनेट में ऐसा बिल पास होता है जिसमें 98 पर्सेट अमेरिकियों के टैक्स में कटौती की बात हो तो वह उस पर अभी हस्ताक्षर कर देंगे। दूसरी तरफ, ओबामा ने अमीरों से ज्यादा टैक्स वसूलने की बात कही है और मिडल क्लास को इस बात के लिए आश्वस्त किया है कि उनके टैक्स में बढ़ोतरी नहीं की जाएगी।इसके विपरीत हमारी कारपोरेट सरकार की सर्वोच्च प्रथमिकता अबाध कालाधन प्रवाह और निवेशकों की आस्था है। प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार 'निराशा का वातावरण' दूर करने में सफल रही है तथा हाल के कुछ कर संबंधी प्रस्तावों को लेकर निवेशकों में फैली आशंका को दूर करने के लिए कदम उठाएगी।मुंबई में एक अवॉर्ड समारोह में सिंह ने कहा कि हमने निराशा के वातावरण को दूर कर लिया है और विदेशी निवेश का माहौल सुधारा है, मंत्रालयों के बीच तालमेल बढ़ा है तथा हम अब निवेशकों का मनोबल बहाल करने एवं आर्थिक वृद्धि के लिए वातावरण में सुधार के लिए पूरी शिद्दत से लगे हैं।उल्लेखनीय है कि बजट में सामान्य कर परिवर्जन रोधी नियम (गार) एवं आयकर कानून में पिछली तिथि से संशोधन लागू करने के प्रस्तावों पर निवेशक जगत में तीखी प्रतिक्रिया हुई थी और उद्योग जगत ने कहा था कि इससे निवेशक भारत में पूंजी लगाने से घबराएंगे।सिंह ने माना कि गार और पिछली तिथि से कर कानूनों में संशोधन जैसे कदमों पर निवेशकों की प्रतिक्रिया 'बड़ी उल्टी' रही। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि इन मुद्दों पर एक-दो सप्ताह में नए फैसलों की घोषणा की जाएगी।प्रधानमंत्री ने कहा कि कैबिनेट ने बैंकिंग एवं बीमा कानूनों में संशोधन को मंजूरी दे दी है और एक नया पेंशन विधेयक भी मंजूर किया गया है तथा इस क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाने का प्रस्ताव है।हमारा प्रयास होगा कि जितनी जल्दी हो, इन विधेयकों को संसद की मंजूरी मिल जाए। इससे हमारी वित्तीय प्रणाली, हमारी आर्थिक वृद्धि में और अधिक सहायक बन सकेगी।प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर वैश्विक नरमी का प्रभाव पड़ा है जिससे निवेशकों की धारणा भी प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले साल वृद्धि दर घटकर 6.5 प्रतिशत रह गई और उम्मीद है कि इस साल यह केवल छह प्रतिशत के आसपास रहेगी।उन्होंने यह भी कहा कि कुछ हलकों में यह आशंका जाहिर की जा रही है कि भारत की आर्थिक वृद्धि का सिलसिला बिखर रहा है, लेकिन हमें पूरा भरोसा है कि हम अपनी कमजोरी को दूर कर लेंगे और हमें यह करना ही होगा ताकि आर्थिक वृद्धि एवं रोजगार की नई संभावना पैदा हो सकें, इसे हमें चुनौती की तरह लेना है।पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य बढ़ाने के फैसले पर प्रधानमंत्री का कहना था कि सरकार गरीबों पर ऐसे फैसलों के असर को लेकर सचेत है। हम पूरी कोशिश करेंगे कि उनके हितों की रक्षा हो।
इस बीच कालेधन पर सरकार को घेरने वाले अरविंद केजरीवाल ने वित्त मंत्रालय की सफाई को ठुकराते हुए कहा है कि यह महज दोषियों को बचाने की कवायद भर है। उन्होंने सरकार से पांच सवालों के जवाब भी मांगे हैं।अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली टीम से अलगाव के करीब दो महीने बाद अन्ना हजारे ने अपनी नई टीम की घोषणा की जो गैर राजनीतिक होगी। इस टीम में पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे। पहली सूची में पूर्व सेना प्रमुख या पीवी राजगोपाल और राजेन्द्र सिंह एवं कृषि विशेषज्ञ देवेन्द्र शर्मा जैसे नाम शामिल नहीं हैं। राजगोपाल और सिंह ने पहले टीम अन्ना के साथ संबंध तोड़ लिए थे जबकि शर्मा ने केजरीवाल के नेतृत्व वाले समूह के राजनीतिक बनने का विरोध किया था। सूत्रों ने कहा कि वीके सिंह को समन्वय समिति में विशेष आमंत्रित के रूप में शामिल किया जा सकता है।अरविंद केजरीवाल के खुलासों के बाद से ही उनके ऊपर राजनीतिक पार्टियों के हमले जारी हैं। इसी क्रम में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने केजरीवाल को 'अमेरिका का एजेंट' करार दिया है। कांग्रेस के तीखे बयानों के बाद लालू ने कहा, 'केजरीवाल अमेरिका के एजेंट हैं जो एक गैर-सरकारी संगठन चलाने की आड़ में उस देश के इशारों पर काम कर रहे हैं।' केजरीवाल के साथ-साथ भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी को भी निशाने पर लेते हुए लालू ने कहा कि वे 'मानसिक रूप से बीमार' हैं और बाबा रामदेव के योग शिविर में उनका इलाज कराने की जरूरत है।
एक के बाद एक खुलासा कर भारतीय राजनीति में भूचाल ला देने वाले आईएसी के कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को दावा किया कि उन्हें स्विस बैंक में पैसा जमा करने वाले कुछ भारतीयों के नाम पता चले हैं। केजरीवाल ने दावा किया कि इन जाने-माने भारतीयों के हजारों करोड़ रुपये स्विस बैंक में जमा हैं।केजरीवाल ने कहा कि अब खुद कांग्रेस और बीजेपी के नेता उन्हें अपना नाम छुपाने की शर्त पर अहम जानकारियां दे रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि 25 लाख करोड़ रुपये स्विस बैंकों में जमा हैं। जुलाई 2011 में फ्रांस की सरकार से देश की सरकार को एक सीडी मिली, जिसमें स्विट्जरलैंड के एचएसबीसी की जेनेवा ब्रांच के खाताधारक सात सौ भारतीयों की लिस्ट सरकार को मिली।केजरीवाल ने दावा किया कि इस जानकारी के मुताबिक दिसंबर 2006 में रिलायंस का 500 करोड़, मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के सौ-सौ करोड़, उन्नाव से कांग्रेस सांसद और राहुल गांधी की कोर टीम की सदस्य अनु टंडन के 125 करोड़ रुपये जमा हैं। इसके अलावा कोकिला धीरूबाई अंबानी का दिसंबर 2006 में कोई बैलेंस नहीं था। नरेश कुमार गोयल के 80 करोड़ रुपये, डाबर के आनंद, प्रदीप, रत्न चंदन बर्मन के 25 करोड़ रुपये जमा थे। यशोवर्धन बिड़ला का उस वक्त कोई बैलेंस नहीं था। रिलायंस ग्रुप की कंपनी मोटेक सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के 2100 करोड़ रुपये और संदीप टंडन के 125 करोड़ रुपये जमा हैं।केजरीवाल ने दावा किया कि सरकार को 700 लोगों की लिस्ट मिली। इन लोगों के छह हजार करोड़ रुपये बैंक में जमा थे लेकिन सरकार ने गिनती के 100 लोगों के घर छापे मारे। बड़े उद्योगपतियों के घर कोई रेड नहीं हुई। केजरीवाल ने सवाल किया कि सरकार ने बाकी 600 लोगों को किस आधार पर छोड़ दिया? प्रणब मुखर्जी उस वक्त वित्त मंत्री थे, उन्हें जवाब देना पड़ेगा कि किस आधार पर उन्होंने केवल 100 लोगों पर कार्रवाई की?केजरीवाल ने कहा कि भारत के एसबीआई में खाता खुलवाना मुश्किल है लेकिन अगर स्विस बैंक में खाता खुलवाना हो तो सिर्फ एक फोन करो शाम तक उनका एजेंट घर आकर खाता खुलवा देगा। ये पैसा बैंक में हवाला के जरिये जाता और वहां से आता है। यानी एचएसबीसी खुद हवाला करोबार में सक्रिय है।केजरीवाल ने कहा कि एचएसबीसी बैंक देश में हवाला कारोबार, आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। एचएसबीसी अफसरों की गिरफ्तार किया जाए। उनका देश में ऑपरेशन सस्पेंड किया जाए। उनपर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाए। अंबानी, बिड़ला, गोयल, बर्मन के घर रेड की जाए। एचएसबीसी के कर्मचारियों से केजरीवाल ने अपील की कि अगर बैंक अपने खाताधारकों के नाम सार्वजनिक नहीं करता तो उसके भारतीय कर्मचारी देशहित में नौकरी छोड़ें।
केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने शनिवार को कहा कि आतंकवादी समूह शेयर बाजार में पैसा लगा रहे हैं और सरकार उस पर नजर रख रही है। शिंदे ने कहा कि सरकार ने बताया था कि आतंकवादी समूह देश के बाहर से भी शेयर बाजार में पैसे लगा रहे हैं।शिंदे ने कहा, 'हमें सूचना मिली है कि वे शेयर बाजार में पैसे लगा रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'हम उस पर नजर भी रख रहे हैं।' उन्होंने हालांकि किसी भी तरह की जानकारी देने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा, 'जब कार्रवाई की जाएगी तो आपको पता चल जाएगा।'
एक सप्ताह से बिग बॉस में आने को लेकर धमाका करने वाली प्रिया राय नाम का पटाखा आखिरकार फुस्स निकला। किसी ने प्रिया की तुलना सनी लियोन से की, तो किसी ने पूनम पांडेय से। लेकिन सात समुंदर पार बैठी प्रिया ने इन सब बातों पर विराम लगाते हुए कहा दिया है कि क्या है यह बिग बॉस। प्रिया ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्विट करते हुए कहा कि मैं किसी तरह के टीवी शो में भाग लेने के लिए भारत नहीं आ रही हूं । हालांकि मुझे नहीं पता कि यह खबर कैसे उड़ी लेकिन मैं तो सिर्फ एक बात जानती हूं कि मैं फिलहाल अमेरिका में हूं और यहीं पर रहने वाली हूं।
भाजपा नेता राम जेठमलानी और विनय कटियार द्वारा भगवान श्री राम पर दिए गए बयान को लेकर पंजाब के विभिन्न हिंदू संगठन भड़क गए हैं। हिंदू न्यायपीठ नामक संगठन के प्रवक्ता प्रवीण डंग ने एलान किया कि जो कोई भगवान राम के बारे में आपत्तिजनक बयान देने वाले की जुबान काटकर लाएगा, उसे पीठ 11 लाख रुपये देगी।मजे की बत यह है कि बीजेपी नेता विनय कटियार ने देश के जानेमाने वकील राम जेठमलानी के बयान पर कहा है कि जेठमलानी का नाम सीताराम होता तो अच्छा होता। क्योंकि ये एक पति पत्नी का मिलन है लेकिन उन्होंने किस सन्दर्भ में ये बात कही ये नहीं कहा जा सकता।साथ में उन्होंने जोड़ा कि ये बात सच है जब सीता माता गर्भवती थीं तो राम ने एक धोबी के कहने पर उन्हें घर से निकाल दिया था। जबकि वो अग्नि परीक्षा देकर आई थीं तो मैं भी यही कहता हूं कि गर्भवती सीता माता को बाहर नहीं निकलना चाहिए था और इस पर बहुत से लोग राम के इस कदम से आज भी सहमत नहीं है, इस पर आज भी बहुत से मतभेद हैं।दूसरी तरफ बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि राम जेठमलानी का नाम राम से शुरू होता है। अगर वो भगवान राम से अपरिचित हैं तो मैं इस पर कोई बयान नहीं दूंगा।
मालूम हो कि मशहूर वकील राम जेठमलानी ने भगवान राम के बारे में विवादित बयान दे डाला। स्त्री-पुरुष संबंधों पर लिखी गई एक किताब के विमोचन कार्यक्रम में जेठमलानी ने राम को बुरा पति और लक्ष्मण को उनसे भी बुरा करार दिया।
लुधियाना में शनिवार को हिंदू न्यायपीठ व शिवसेना बाल ठाकरे ने भाजपा नेताओं से राम जेठमलानी को पार्टी से बाहर करने की अपील की। शिवपुरी के टूटियां वाले मंदिर में हिंदू न्यायपीठ की अध्यक्षता में हिंदू संगठनों की बैठक हुई। इस दौरान न्यायपीठ के प्रवक्ता ने इनाम का एलान किया। शिवसेना बाल ठाकरे के पंजाब प्रभारी राजीव टंडन ने कहा कि जेठमलानी तत्काल माफी मांगें व भाजपा उन पर कार्रवाई करे। गौरतलब है कि गत दिनों भाजपा के राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी ने श्री राम को बुरा पति तथा लक्ष्मण को उनसे भी बुरा बताया था। इसी प्रकार कटियार ने कहा था गर्भवती माता सीता को श्री राम ने घर से निकाल दिया, ऐसा नहीं करना चाहिए था।
पागलखाने भेजने की जरूरत
जयपुर। राम जेठमलानी के बयान को लेकर राजस्थान भाजपा ने भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी के विधायक व प्रदेश प्रवक्ता भवानी सिंह राजावत ने जेठमलानी के बयान की निंदा करते हुए कहा कि उन्हें पागलखाने भेजने की जरूरत है। भाजपा के पूर्व विधायक बीरूसिंह राठौड़ ने जेठमलानी को पार्टी से निकालने की मांग की। वहीं, कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास ने जेठमलानी को मानसिक रूप से विक्षिप्त बताते हुए उन्हें पागलखाने भेज देने की बात कही। खाचरियावास ने कहा कि अब जेठमलानी को जयपुर में घुसने नहीं दिया जाएगा।
पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी सांसद नवजोत सिंह सिद्धू रियलिटी शो 'बिग बॉस' से अचानक बाहर आ गए हैं। वह भी तय प्रक्रिया पूरी किए बिना। सिद्धू ने बाहर आने के बाद कहा कि वो बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी के कहने पर ही बाहर आए हैं। अभी कुछ ही दिन पहले सिद्धू की पत्नी ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि बीजेपी चाहती है कि सिद्धू गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए आएं। उन्होंने यह भी बताया था कि एक-दो दिन में सिद्धू शो से बाहर आ जाएंगे।बाहर आकर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि शो में मैं बहुत ज्यादा इनवॉल्व था। अचानक मेरी वाइफ का कॉल आया कि मुझे बाहर आना पड़ेगा। उसने कहा कि गडकरी साहब का आदेश है। कुछ भी करिए लेकिन बाहर आकर चुनाव प्रचार की तैयारी कीजिए।सिद्धू ने कहा कि मैं हैरान था। थोड़ा अजीब भी लगा लेकिन बिग बॉस की टीम से बात की तो उन्होंने कहा कि घर के दूसरे सदस्यों से इस मुद्दे पर बात करनी होगी। घर के सदस्य भी हैरान थे। कुछ लोगों को बुरा भी लगा लेकिन बाद में सबने सहमति दी। दो तीन घंटे के बाद बिग बॉस की टीम ने कांट्रैक्ट और फीस का सवाल उठाया तो मैंने कहा कि जो भी आप करेंगे मुझे मंजूर होगा।सिद्धू ने कहा कि पार्टी मां समान है। फौजी जनरल को मना नहीं कर सकता। इसलिए मैं बाहर आ गया हूं। कुछ नियम थे जिन्हें पार करना पड़ा लेकिन उसके लिए दरियादिली की जरूरत थी। मान सम्मान उसे मिलता है जो उसकी परवाह किए बगैर कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ता जाता है।
केजरीवाल ने शनिवार को वित्त मंत्रालय की सफाई के बाद कहा कि जांच के इन दावों में दम नहीं है। उन्होंने यह तक साफ नहीं किया है कि जो नाम सार्वजनिक किए गए हैं, वे सरकार को मिली सूची में हैं या नहीं। अपने आरोप को दोहराते हुए केजरीवाल ने कहा कि सरकार को जिन सात सौ लोगों के खातों की जानकारी मिली थी, उनमें से बड़ी मछलियों को छोड़ दिया गया है। केजरीवाल ने कहा, 'अमेरिका ने माना है कि एचएसबीसी बैंक आतंकवाद, भ्रष्टाचार और गैर कानूनी तरीके से हवाला को बढ़ावा दे रहा है। इंग्लैंड ने भी इस बारे में जांच शुरू कर दी है। हमारे देश में तीन लोगों के बयान भी हैं, जो साफ तौर पर कह रहे हैं कि यह हवाला में लिप्त है। मैं खुद आयकर विभाग में रहा हूं। ऐसे में तुरंत इसके अधिकारियों को गिरफ्तार करना चाहिए था। साथ ही बैंक को बाध्य किया जाना चाहिए था कि वे ऐसे खातों की पूरी सूची दें।'
केजरीवाल ने एचएसबीसी बैंक की ओर से मुकेश अंबानी से माफी मांगे जाने के दावे पर भी सवाल उठा दिए। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, 'मीडिया ने कल कहा कि एचएसबीसी बैंक ने तो इस मामले में मुकेश अंबानी से माफी मांग ली थी। लेकिन क्या बैंक ने यह दावा किया है? या अंबानी ने यह दावा किया है? फिर यह माफीनामा कहां से आया?'
केजरीवाल के सवाल:
1. हमने जिन नामों का खुलासा किया, वे सरकार के पास मौजूद सूची में हैं या नहीं?
2. लिस्ट में शामिल लोगों को बचाने के लिए सरकार अलग-अलग पैमाने क्यों अपना रही?
3. जिस एचएसबीसी पर हवाला कारोबार का आरोप है, उसे सरकार बचाने की कोशिश क्यों कर रही है?
4. देश कैसे यकीन करे कि सरकार ईमानदारी से जांच कर रही है?
5. अमेरिका विदेशी बैंकों पर दबाव डाल कर अपने नागरिकों के विदेशी खातों की सूची निकलवा सकता है तो भारत क्यों नहीं?
अरविंद ने खुद को डेंगू मच्छर बताया
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली: सलमान खुर्शीद की ओर से खुद को मच्छर बताए जाने पर अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वे सामान्य मच्छर नहीं बल्कि डेंगू के मच्छर हैं, जिसके डंक का असर लंबे समय तक रहता है।
केजरीवाल ने शनिवार को कहा, 'मैं डेंगू मच्छर हूं। जब कांग्रेस और भाजपा को हमारा डंक लगेगा, तब इन्हें पता चलेगा कि एक मच्छर क्या कर सकता है।' यह बात उन्होंने पिछले दिनों विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद के बयान पर पूछे एक सवाल के जवाब में कही। खुर्शीद ने केजरीवाल के खुलासों की तुलना मच्छर के डंक से की थी, जिसे लोग थोड़ी ही देर में भूल जाते हैं।
Saturday, November 10, 2012
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